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Jasprit Bumrah Captain Controversy- शुभमन गिल की जगह जसप्रीत बुमराह को कप्तान क्यों नहीं बनाया गया, राज खुला तो पूरी टीम ‘हैरान’ !

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England Tour- कप्तानी का ऑफर ठुकराने की वजह और उनके धांसू रिकॉर्ड्स जब बात भारतीय क्रिकेट (Cricket) की आती है, तो जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का नाम अपने आप ही ज़ुबान पर चढ़ जाता है। वो तेज़ गेंदबाज़ (Fast Bowler) जिसने अपनी यॉर्कर (Yorker) और स्लो बाउंसर (Slow Bouncer) से दुनिया भर के बल्लेबाजों (Batsmen) को नाकों चने चबवाए हैं। इंग्लैंड (England) के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों (Test Matches) की सीरीज़ से पहले जब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा (Retirement) कहा, तो हर क्रिकेट फैन (Fan) के दिमाग में एक ही सवाल था—अब टीम इंडिया (Team India) का अगला कप्तान (Captain) कौन होगा? इस रेस में जसप्रीत बुमराह का नाम सबसे ऊपर था। आखिर क्यों नहीं? वो पहले भी कुछ मौकों पर कप्तानी कर चुके थे, टेस्ट में उप-कप्तान (Vice-Captain) थे, और दिग्गजों (Legends) की नज़र में वो इस रोल के लिए परफेक्ट थे। लेकिन, फिर हुआ क्या? कप्तानी की बागडोर शुभमन गिल (Shubman Gill) के हाथों में चली गई। और अब, खुद बुमराह ने इस राज़ से पर्दा उठाया है कि आखिर क्यों उन्होंने कप्तानी का सुनहरा मौका ठुकरा दिया।

कप्तानी का ऑफर और बुमराह का फैसला

jasprit bumrah

बात शुरू होती है उस वक्त से, जब रोहित शर्मा और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे दिग्गजों ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। बीसीसीआई (BCCI) की चयन समिति (Selection Committee), जिसकी कमान अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) के हाथों में थी, ने जसप्रीत बुमराह को टेस्ट कप्तान बनाने की तैयारी कर ली थी।
बुमराह उस वक्त टेस्ट टीम के उप-कप्तान थे और रोहित की गैरमौजूदगी में तीन टेस्ट मैचों—एक इंग्लैंड में और दो ऑस्ट्रेलिया (Australia) में—की कप्तानी भी कर चुके थे। फैंस और एक्सपर्ट्स (Experts) को लग रहा था कि बुमराह ही अगले टेस्ट कप्तान होंगे। लेकिन, बुमराह ने खुद इस ऑफर को ठुकरा दिया। क्यों? इसका खुलासा खुद बुमराह ने दिनेश कार्तिक के साथ बातचीत में किया है।
स्काई स्पोर्ट्स (Sky Sports) पर दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) से बातचीत में बुमराह ने कहा, “कोई फैंसी कहानियां नहीं हैं, कोई विवाद (Controversy) नहीं है, ना ही कोई हेडलाइन (Headline) वाला बयान कि मुझे बर्खास्त (Sacked) कर दिया गया या मेरी तरफ नहीं देखा गया।” बुमराह ने साफ किया कि आईपीएल (IPL) के दौरान, जब रोहित और विराट के रिटायरमेंट की बात चल रही थी, तब उन्होंने बीसीसीआई से खुलकर बात की। उन्होंने अपने वर्कलोड (Workload) की चिंता जताई। बुमराह ने कहा, “मैंने उन लोगों से बात की जो मेरी पीठ (Back Injury) का ध्यान रखते हैं—डॉक्टर्स (Doctors) और फिजियोथेरेपिस्ट (Physiotherapist)। हम इस नतीजे पर पहुंचे कि मुझे थोड़ा स्मार्ट होना होगा। मैंने बीसीसीआई को फोन किया और साफ कह दिया कि मुझे कप्तानी की जिम्मेदारी (Responsibility) नहीं चाहिए।”
बुमराह का लॉजिक बिल्कुल साफ था। एक तेज़ गेंदबाज़ के लिए पांच टेस्ट मैचों की लंबी सीरीज़ में हर मैच खेलना आसान नहीं होता। खासकर तब, जब आपकी पीठ पहले भी आपको धोखा दे चुकी हो। बुमराह ने कहा, “मैं नहीं चाहता था कि पांच टेस्ट की सीरीज़ में तीन मैचों में मैं कप्तान रहूं और बाकी दो में कोई और। ये टीम की स्थिरता (Stability) के लिए ठीक नहीं है।” बुमराह का ये फैसला दिखाता है कि वो कितने समझदार और टीम फर्स्ट (Team First) सोच रखने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने ये भी कहा, “कप्तानी एक पोस्ट (Position) है, लेकिन टीम में लीडर्स (Leaders) हमेशा होते हैं। मैं एक खिलाड़ी के तौर पर ज्यादा योगदान देना चाहता हूं।”

 

बुमराह की फिटनेस की चिंता

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अब सवाल ये है कि बुमराह ने वर्कलोड मैनेजमेंट की बात क्यों की? दरअसल, बुमराह का चोटों (Injuries) से पुराना नाता रहा है। उनकी पीठ की चोट ने उन्हें 2022-23 में करीब एक साल तक क्रिकेट से दूर रखा। ऑस्ट्रेलिया में सिडनी टेस्ट (Sydney Test) के दौरान भी उनकी पीठ ने फिर से दिक्कत दी, जिसके चलते वो बीच सीरीज़ में बाहर हो गए। चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) जैसे बड़े टूर्नामेंट से भी उन्हें बाहर रहना पड़ा। बुमराह ने बताया कि डॉक्टर्स और फिजियो ने उन्हें सलाह दी कि वो अपने शरीर का ख्याल रखें और वर्कलोड को कम करें।
बुमराह ने कहा, “मैं ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता जहां मुझे अचानक किसी फॉर्मेट (Format) से बाहर होना पड़े। मैं लंबे समय तक क्रिकेट खेलना चाहता हूं और टीम के लिए योगदान देना चाहता हूं।” ये सुनकर साफ हो जाता है कि बुमराह ने कप्तानी का ऑफर ठुकराकर अपने करियर (Career) को लंबा करने और टीम को लगातार बेहतर प्रदर्शन देने की सोची।

शुभमन गिल को कप्तानी क्यों?

जब बुमराह ने कप्तानी से इनकार कर दिया, तो बीसीसीआई ने शुभमन गिल को ये जिम्मेदारी सौंपी। गिल युवा (Youthful) हैं, टैलेंटेड (Talented) हैं, और हाल के सालों में टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्ला भी खूब बोला है। लेकिन, कई एक्सपर्ट्स का मानना था कि बुमराह का अनुभव (Experience) और टैक्टिकल दिमाग (Tactical Mind) उन्हें कप्तानी के लिए ज्यादा बेहतर बनाता। फिर भी, बुमराह ने गिल का समर्थन (Support) किया और कहा कि वो इस सीरीज़ में गिल की मदद करेंगे। बुमराह ने कहा, “मैं तेज़ गेंदबाज़ी (Pace Bowling) की अगुआई करूंगा और शुभमन को कप्तानी में सपोर्ट (Support) करूंगा।” ये दिखाता है कि बुमराह भले ही कप्तान न बनें, लेकिन वो मैदान पर लीडर की भूमिका निभाने से पीछे नहीं हटेंगे।
दिनेश कार्तिक ने जब गिल से बुमराह की उपलब्धता (Availability) के बारे में पूछा, तो गिल ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, “ये इस बात पर निर्भर करता है कि बारिश (Rain) कितने मैच खराब करती है।” गिल ने साफ किया कि बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट मैच-दर-मैच (Match-by-Match) देखा जाएगा। यानी, अगर बुमराह की फिटनेस और सीरीज़ की स्थिति अनुकूल रही, तो वो ज़्यादा से ज़्यादा मैच खेलेंगे, लेकिन बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट (Management) कोई रिस्क (Risk) नहीं लेना चाहता।

जसप्रीत बुमराह के धांसू रिकॉर्ड्स

अब ज़रा बात कर लेते हैं बुमराह के उन रिकॉर्ड्स की, जो उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज़ों में से एक बनाते हैं। बुमराह का एक्शन (Action) भले ही अनऑर्थोडॉक्स (Unorthodox) हो, लेकिन उनकी गेंदबाज़ी की सटीकता (Accuracy) और वैरिएशन (Variation) ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में सुपरस्टार (Superstar) बना दिया। आइए, उनके कुछ शानदार रिकॉर्ड्स पर नज़र डालें:
टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड्स:
बुमराह ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2018 में साउथ अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ की थी। तब से अब तक उन्होंने 44 टेस्ट मैचों में 164 विकेट (Wickets) लिए हैं, वो भी 25.41 की शानदार औसत (Average) के साथ।
उनका बेस्ट प्रदर्शन (Best Performance) 9/86 है, जो उन्होंने 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ लिया था। इस दौरान उन्होंने एक पारी में 6 विकेट और दूसरी में 3 विकेट झटके।
बुमराह ने 7 बार पारी में पांच विकेट (Five-Wicket Haul) और एक बार मैच में 10 विकेट लिए हैं। वो टेस्ट में सबसे तेज़ी से 100 विकेट लेने वाले भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों में से एक हैं।
वनडे क्रिकेट में जलवा:
वनडे (ODI) में बुमराह ने 89 मैचों में 149 विकेट लिए हैं, औसत 23.55 और इकॉनमी रेट (Economy Rate) 4.65 के साथ।
उनका बेस्ट 6/19 है, जो उन्होंने 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ लिया था। इस स्पेल (Spell) ने इंग्लैंड की बैटिंग लाइनअप (Batting Lineup) को तहस-नहस कर दिया था। बुमराह ने 2019 वर्ल्ड कप (World Cup) में 18 विकेट लेकर सबको चौंका दिया था।
टी20 में बादशाहत:
टी20 इंटरनेशनल (T20I) में बुमराह ने 62 मैचों में 74 विकेट लिए हैं, औसत 19.66 और इकॉनमी 6.27 के साथ। वो टी20 वर्ल्ड कप 2024 में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे, जिसमें उन्होंने 11 विकेट झटके। उनका बेस्ट 3/7 है, जो उन्होंने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लिया था।
आईपीएल में धमाल:
बुमराह मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के लिए आईपीएल में कमाल करते हैं। उन्होंने 120 मैचों में 145 विकेट लिए हैं, औसत 23.30 और इकॉनमी 7.39 के साथ।
2020 आईपीएल में उन्होंने 27 विकेट लेकर पर्पल कैप (Purple Cap) अपने नाम की थी।
बड़े रिकॉर्ड्स
बुमराह पहले भारतीय तेज़ गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक कैलेंडर ईयर (Calendar Year) में 50+ विकेट लिए (2018 में 48 विकेट, 2019 में 62 विकेट)।
वो इकलौते गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने डेब्यू टेस्ट सीरीज़ (South Africa 2018) में हर टेस्ट में कम से कम 5 विकेट लिए। उनकी यॉर्कर को क्रिकेट इतिहास की सबसे घातक गेंदों में से एक माना जाता है।

बुमराह का माइंडसेट और लीडरशिप

बुमराह भले ही कप्तानी का ताज न पहनें, लेकिन उनका माइंडसेट (Mindset) और लीडरशिप (Leadership) मैदान पर साफ दिखती है। वो अपने अनोखे एक्शन और स्मार्ट गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ों को चकमा देते हैं। बुमराह का कहना है कि वो कप्तानी से ज़्यादा क्रिकेट खेलने और टीम के लिए योगदान देने में यकीन रखते हैं। उन्होंने कहा, “कप्तानी का मतलब बहुत कुछ है, लेकिन मुझे क्रिकेट से प्यार है। मैं एक क्रिकेटर (Cricketer) के तौर पर ज़्यादा देना चाहता हूं।”
बुमराह का ये फैसला उनके प्रोफेशनल (Professional) और स्मार्ट अप्रोच (Approach) को दिखाता है। वो जानते हैं कि एक तेज़ गेंदबाज़ का करियर लंबा रखना कितना मुश्किल है। उनकी ये सोच न सिर्फ उनके लिए, बल्कि टीम इंडिया के लिए भी फायदेमंद है। इंग्लैंड दौरे पर बुमराह न सिर्फ गेंदबाज़ी की कमान संभालेंगे, बल्कि शुभमन गिल को भी मैदान पर गाइड (Guide) करेंगे।

इंग्लैंड सीरीज़ में बुमराह की भूमिका

20 जून 2025 से शुरू होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में बुमराह का रोल बेहद अहम होगा। रोहित, विराट और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) जैसे सीनियर खिलाड़ियों के बिना टीम इंडिया को बुमराह के अनुभव की ज़रूरत पड़ेगी। बीसीसीआई और गिल दोनों ने साफ किया है कि बुमराह की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए उनका इस्तेमाल सावधानी से किया जाएगा। अगर बारिश ने कुछ मैचों को प्रभावित किया, तो हो सकता है बुमराह को कुछ आराम (Rest) मिले, लेकिन जब वो मैदान पर होंगे, तो इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों की खैर नहीं!

बुमराह का टीम फर्स्ट अप्रोच

जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी ठुकराकर ये दिखा दिया कि वो न सिर्फ एक शानदार गेंदबाज़ हैं, बल्कि एक सच्चे टीम मैन (Team Man) भी हैं। उनकी प्राथमिकता (Priority) हमेशा टीम की जीत और अपने करियर को लंबा करना रहा है। बुमराह का ये फैसला युवा क्रिकेट फैंस को एक बड़ा मैसेज (Message) देता है—अपनी ताकत को पहचानो, अपनी सीमाओं को समझो, और हमेशा बड़ा सोचो। इंग्लैंड दौरे पर बुमराह की गेंदबाज़ी और गिल की कप्तानी का कॉम्बिनेशन (Combination) देखना फैंस के लिए किसी ट्रीट (Treat) से कम नहीं होगा। तो, तैयार हो जाओ, क्योंकि बुमराह की यॉर्कर और स्लो बाउंसर इंग्लैंड में तूफान मचाने को तैयार हैं!


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