India-A vs England Lions- इंग्लैण्ड के खिलाफ शुभमन गिल को क्यों नहीं मिली कप्तानी, इस जूनियर क्रिकेटर की कप्तानी में खेलेंगे शुभमन ?
Shubman Gill Test Captain: आईपीएल खत्म होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैण्ड दौरे पर जा रही है। लेकिन इस बीच भारत-ए की जूनियर क्रिकेट टीम इंग्लैण्ड दौरे पर पहुंच गई है। इंग्लैण्ड दौरे के लिए शुभमन गिल (Shubman Gill) को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है। इस बीच India-A vs England Lions के बीच चल रहे क्रिकेट मुकाबले में कप्तानी कौन कर रहा है। नियमित कप्तान शुभमन गिल अभी आईपीएल खेल रहे हैं, लेकिन भारत –ए के दूसरे टेस्ट के दौरान वो टीम को ज्वाइन कर लेंगे। लेकिन कप्तान होने के बावजूद गिल इंडिया-ए (India A) की कप्तानी नहीं करेंगे।
शुभमन गिल, जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में तारीफें बटोरी हैं, हाल ही में भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान बनाए गए हैं। रोहित पुजारा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गिल को ये बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके साथ-साथ ऋषभ पंत को उप-कप्तान बनाया गया, जो अपने आप में एक बड़ा बदलाव है। गिल की उम्र महज 25 साल है, और इतनी कम उम्र में टेस्ट टीम की कमान संभालना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन, अब खबर ये है कि गिल इंडिया-ए की कप्तानी नहीं कर रहे, बल्कि वो अभिमन्यू ईश्वरन जैसे युवा खिलाड़ी के नेतृत्व में खेलने वाले हैं। ये सुनकर क्रिकेट फैंस के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों गिल, जो टेस्ट टीम के कप्तान हैं, इंडिया-ए की कप्तानी नहीं कर रहे? क्या इसके पीछे कोई रणनीति है या फिर कोई और वजह
इंडिया-A टीम का इंग्लैंड दौरा

इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले भारतीय टीम ने अपनी तैयारियों को पुख्ता करने के लिए इंडिया-ए को इंग्लैंड भेजा है। ये दौरा 20 जून से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले एक तरह का अभ्यास है, जिसमें इंडिया-ए को दो फर्स्ट-क्लास मैच खेलने हैं। पहला मैच 30 मई से शुरू हो चुका है, जिसमें इंडिया-ए ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 557 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस स्कोर में करुण नायर की 204 रनों की धमाकेदार पारी ने सबका ध्यान खींचा। नायर ने अपनी इस पारी से ये साबित कर दिया कि वो अब भी बड़े मंच पर बड़ा स्कोर बनाने की काबिलियत रखते हैं।
लेकिन इस पहले मैच में शुभमन गिल हिस्सा नहीं ले पाए। वजह थी उनका व्यस्त शेड्यूल, क्योंकि वो IPL 2025 के प्लेऑफ में हिस्सा ले रहे थे। IPL की व्यस्तता ने उन्हें इंडिया-ए के पहले मैच से दूर रखा, लेकिन अब खबर है कि वो 6 जून से शुरू होने वाले दूसरे फर्स्ट-क्लास मैच में हिस्सा लेंगे। लेकिन यहाँ ट्विस्ट ये है कि इस मैच में भी वो कप्तानी नहीं करेंगे। कप्तानी की जिम्मेदारी अभिमन्यू ईश्वरन को दी गई है, जो 29 साल के हैं और पहले भी इंडिया-ए की कप्तानी कर चुके हैं।
अभिमन्यु ईश्वरन: एक उभरता हुआ सितार

अभिमन्यु ईश्वरन का नाम भले ही गिल, पंत या कोहली जितना बड़ा न हो, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। रणजी ट्रॉफी और अन्य फर्स्ट-क्लास टूर्नामेंट्स में उन्होंने लगातार रन बनाए हैं। उनकी कप्तानी में इंडिया-ए ने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन किया, और अब दूसरे मैच में भी वो ही कप्तानी करेंगे। गिल जैसे बड़े खिलाड़ी के होते हुए भी ईश्वरन को कप्तानी देना BCCI की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। हो सकता है कि बोर्ड गिल को कप्तानी के दबाव से मुक्त रखकर उनकी बल्लेबाजी पर फोकस करना चाहता हो। इसके अलावा, ईश्वरन को कप्तानी का अनुभव देना भी BCCI का भविष्य के लिए एक बड़ा प्लान हो सकता है।
गिल का इंडिया-ए में रोल
शुभमन गिल के लिए ये स्थिति थोड़ी असामान्य हो सकती है। एक तरफ वो भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान हैं, और दूसरी तरफ वो इंडिया-ए में एक खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे हैं। लेकिन अगर गहराई से देखें, तो ये BCCI की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। गिल को टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड की परिस्थितियों में ढलने का मौका मिलेगा। इंग्लैंड की पिचें हमेशा से बल्लेबाजों के लिए चुनौती रही हैं, खासकर स्विंग और सीम मूवमेंट की वजह से। ऐसे में गिल के लिए ये दो फर्स्ट-क्लास मैच एक तरह का अभ्यास होंगे, जहां वो अपनी तकनीक को और बेहतर कर सकते हैं।
गिल के साथ-साथ साई सुदर्शन भी इंडिया-ए की टीम में शामिल हो रहे हैं। सुदर्शन ने हाल के दिनों में अपनी बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींचा है। उनकी तकनीक और धैर्य उन्हें एक खास खिलाड़ी बनाता है। इसके अलावा, केएल राहुल ने भी इस दौरे में हिस्सा लेने की इच्छा जताई थी, और BCCI ने उनकी इस मांग को मंजूरी दे दी है। राहुल का अनुभव और उनकी बल्लेबाजी इंडिया-ए को और मजबूती देगी।
भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज: एक बड़ी चुनौती

20 जून से शुरू होने वाली भारत और इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज क्रिकेट फैंस के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। ये सीरीज दोनों टीमों के लिए बड़ी चुनौती होगी। इंग्लैंड को 2018 के बाद भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत नहीं मिली है, और इस बार भी उनके लिए ये आसान नहीं होगा। भारतीय टीम, गिल की कप्तानी में, इस सीरीज को जीतकर अपनी बादशाहत कायम रखना चाहेगी।
सीरीज का शेड्यूल इस प्रकार है:
पहला टेस्ट: 20-24 जून, लीड्स
दूसरा टेस्ट: 2-6 जुलाई, बर्मिंघम
तीसरा टेस्ट: 10-14 जुलाई, लॉर्ड्स
चौथा टेस्ट: 23-27 जुलाई, मैंचेस्टर
पांचवां टेस्ट: 31 जुलाई-4 अगस्त, द ओवल
इन पांच टेस्ट मैचों में दोनों टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक देंगी। लीड्स और लॉर्ड्स जैसे मैदानों पर खेलना हमेशा से खास रहा है, और इस बार भी फैंस को रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।
शुभमन गिल की कप्तानी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। कुछ लोग मानते हैं कि BCCI गिल को अभी पूरी तरह से कप्तानी का दबाव नहीं देना चाहता। टेस्ट कप्तान बनने के बाद भी इंडिया-A जैसे दौरे पर उन्हें कप्तानी न देना इस बात का संकेत हो सकता है कि बोर्ड उनकी बल्लेबाजी को प्राथमिकता दे रहा है। गिल एक शानदार बल्लेबाज हैं, और उनकी फॉर्म भारतीय टीम के लिए बहुत जरूरी है। अगर वो बिना किसी अतिरिक्त दबाव के अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान दे पाए, तो ये भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
वहीं, अभिमन्यु ईश्वरन जैसे खिलाड़ियों को कप्तानी का मौका देना BCCI की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। भविष्य में अगर गिल या पंत जैसे खिलाड़ी उपलब्ध न हों, तो ईश्वरन जैसे खिलाड़ी कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। ये एक तरह से बैकअप प्लान है, जो भारतीय क्रिकेट को और मजबूत बनाएगा।
क्रिकेट फैंस की उत्सुकता

इस पूरे मामले ने क्रिकेट फैंस के बीच खासी चर्चा छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर लोग गिल की कप्तानी और BCCI की रणनीति को लेकर अपनी राय दे रहे हैं। कुछ फैंस का मानना है कि गिल को इंडिया-ए की कप्तानी भी करनी चाहिए थी, ताकि उन्हें और अनुभव मिले। वहीं, कुछ लोग BCCI के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि इससे गिल बिना किसी दबाव के अपनी बल्लेबाजी पर फोकस कर पाएंगे।
इंग्लैंड की पिचें हमेशा से भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौती रही हैं। स्विंग गेंदबाजी और उछाल भरी पिचों पर रन बनाना आसान नहीं होता। ऐसे में गिल, सुदर्शन और राहुल जैसे खिलाड़ियों का इंडिया-ए के लिए खेलना एक अच्छा मौका है। ये खिलाड़ी न सिर्फ इंग्लैंड की परिस्थितियों को समझ पाएंगे, बल्कि टेस्ट सीरीज से पहले अपनी कमजोरियों को भी दूर कर पाएंगे।
शुभमन गिल का इंडिया-ए की कप्तानी न करना भले ही हैरान करने वाला लगे, लेकिन इसके पीछे BCCI की रणनीति साफ दिखाई देती है। गिल को टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड की परिस्थितियों में ढालने का मौका देना और साथ ही उनकी बल्लेबाजी पर फोकस रखना इस फैसले का मुख्य मकसद हो सकता है। अभिमन्यू ईश्वरन जैसे खिलाड़ियों को कप्तानी का मौका देकर BCCI भविष्य के लिए एक मजबूत बैकअप तैयार कर रहा है।
20 जून से शुरू होने वाली भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज बेहद रोमांचक होने वाली है। गिल की कप्तानी में भारतीय टीम न सिर्फ इंग्लैंड को चुनौती देगी, बल्कि अपनी बादशाहत को और मजबूत करने की कोशिश करेगी। क्रिकेट फैंस को इस सीरीज का बेसब्री से इंतजार है, और उम्मीद है कि गिल अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी से सबका दिल जीत लेंगे।
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