IPL 2025- हैदराबाद टीम की मालकिन काव्या मारन हार से निराश, 11 करोड़ में बिके ईशान किशन सहित इन खिलाड़ियों पर गिरेगी‘गाज’
IPL 2025 में पिछले साल की फाइनलिस्ट (Finalist) सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) का प्रदर्शन (Performance) किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। पिछले सीजन में फाइनल तक पहुंचने वाली इस टीम ने इस बार फैंस को निराश (Disappoint) किया। पैट कमिंस (Pat Cummins) की कप्तानी में टीम ने सीजन की शुरुआत जीत के साथ की थी, लेकिन इसके बाद बल्लेबाजी (Batting) और गेंदबाजी (Bowling) दोनों ही विभागों में कमजोरी (Weakness) साफ दिखी। 14 में से सिर्फ 6 मैच जीतकर सनराइजर्स ने अंक तालिका (Points Table) में छठा स्थान (Sixth Position) हासिल किया और प्लेऑफ (Playoffs) में जगह नहीं बना सकी। मेगा ऑक्शन (Mega Auction) में भारी-भरकम रकम खर्च कर शामिल किए गए ईशान किशन (Ishan Kishan), मोहम्मद शमी (Mohammed Shami), और हर्षल पटेल (Harshal Patel) जैसे सितारों से उम्मीदें (Expectations) थीं, लेकिन ये खिलाड़ी अपनी कीमत पर खरे नहीं उतरे। अब सनराइजर्स की मालकिन (Owner) काव्या मारन (Kavya Maran) अगले सीजन यानी आईपीएल 2026 (IPL 2026) के लिए नीलामी (Auction) से पहले कई खिलाड़ियों को रिलीज (Release) करने की योजना बना रही हैं। तो सवाल खड़ा होता है कि कौन हो सकते हैं वो स्टार खिलाड़ी, जिनकी हैदराबाद टीम से छुट्टी हो सकती है।
सनराइजर्स हैदराबाद की हार के कारण

सनराइजर्स हैदराबाद का आईपीएल 2025 में प्रदर्शन पिछले साल की तुलना में काफी फीका रहा। 2024 में जहां टीम ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और मजबूत गेंदबाजी के दम पर फाइनल तक का सफर तय किया था, वहीं इस बार शुरुआती जीत के बाद टीम लगातार हारती चली गई.
बल्लेबाजी में असंतुलन
सनराइजर्स की बल्लेबाजी इस सीजन में पूरी तरह से असंतुलित (Imbalanced) नजर आई। अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) और ट्रेविस हेड (Travis Head) जैसे सलामी बल्लेबाजों (Openers) ने कुछ मौकों पर अच्छी शुरुआत दी, लेकिन मध्य क्रम (Middle Order) में निरंतरता की कमी रही। हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) ने कुछ अच्छी पारियां खेलीं, लेकिन नीतीश रेड्डी (Nitish Reddy) जैसे युवा खिलाड़ी दबाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। 11.25 करोड़ की भारी भरकम राशि में खरीदे गए ईशान किशन ने पहले मैच में शतक (Century) जरूर जड़ा, लेकिन इसके बाद उनकी फॉर्म (Form) पूरी तरह से ‘लापतागंज’ हो गई। मिडिल ऑर्डर में कोई भी बल्लेबाज लगातार रन नहीं बना सका, जिसके चलते बड़े स्कोर (Big Totals) खड़े करना मुश्किल हो गया। कई बार हैदराबाद की टीम 150-160 रनों के आसपास ही सिमट गई, जो टी20 क्रिकेट में जीतने लायक स्कोर तो नहीं माना जाता।
कमजोर गेंदबाजी आक्रमण
सनराइजर्स की गेंदबाजी (Bowling Attack) भी इस सीजन में बिखरी हुई नजर आई। मोहम्मद शमी और हर्षल पटेल जैसे अनुभवी गेंदबाज (Experienced Bowlers) महंगे साबित हुए, जबकि स्पिनरों (Spinners) राहुल चाहर और एडम जंपा (Adam Zampa) को भी बल्लेबाजों ने आसानी से खेला। कप्तान पैट कमिंस ने कुछ अच्छे स्पेल डाले, लेकिन अकेले दम पर वह पूरी गेंदबाजी आक्रमण
को नहीं संभाल सके। खासकर डेथ ओवर्स (Death Overs) में गेंदबाजों की लचर प्रदर्शन ने कई करीबी मैचों में हार की वजह बनी। अनिल कुंबले जैसे विशेषज्ञों ने भी कहा कि शमी जैसे सीनियर गेंदबाजों के रिप्लेसमेंट पर विचार करना होगा, क्योंकि उनकी फिटनेस और फॉर्म इस सीजन में सवालों के घेरे में रही।
रणनीतिक गलतियां और प्रबंधन
हैदराबाद टीम मैनेजमेंट (Team Management) की रणनीति (Strategy) भी कई बार कमजोर दिखी। बल्लेबाजी क्रम (Batting Order) में लगातार बदलाव किए गए, जिससे खिलाड़ी दबाव में नहीं टिक सके। उदाहरण के लिए, ईशान किशन को कभी तीसरे नंबर पर तो कभी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, जिससे उनकी लय बिगड़ी। गेंदबाजी में भी सही कॉम्बिनेशन नहीं बन सका। राहुल चाहर और जीशान अंसारी जैसे गेंदबाजों को लगातार मौके दिए गए, लेकिन उनके प्रदर्शन ने निराश किया। इसके अलावा, मेगा ऑक्शन में भारी-भरकम रकम खर्च कर शामिल किए गए खिलाड़ियों पर दबाव साफ दिखा, और वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
ईशान किशन की कमियां

ईशान किशन को सनराइजर्स ने मेगा ऑक्शन में 11.25 करोड़ रुपये में खरीदा था, और उनसे ताबड़तोड़ (Explosive) बल्लेबाजी की उम्मीद थी। सीजन के पहले ही मैच में शतक जड़कर उन्होंने अपनी काबिलियत (Ability) दिखाई, लेकिन इसके बाद उनका बल्ला खामोश (Silent) रहा। 14 मैचों की 13 पारियों में उन्होंने 35.40 की औसत (Average) से 353 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक (Half-Century) शामिल था। यह आंकड़े भले ही बुरे न लगें, लेकिन इतनी बड़ी रकम में खरीदे गए खिलाड़ी से और बड़े स्कोर की उम्मीद थी।
कमियां-
लय में कमी- दरअसल ईशान की शुरुआत शानदार थी, लेकिन वह इस फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके। कई बार वे अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल सके।
दबाव में कमजोर प्रदर्शन – बड़े लक्ष्य का पीछा करते समय ईशान अक्सर जल्दी आउट हो गए, जिसने मध्य क्रम को कमजोर किया।
स्थान बदलने की समस्या- मैनेजमेंट ने उनके बल्लेबाजी क्रम में बार-बार बदलाव किए, जिससे उनकी लय बिगड़ी। कभी ओपनर के तौर पर तो कभी मध्य क्रम में खेलने के कारण वह अपनी भूमिका को लेकर असमंजस में दिखे।
महंगे सौदे का दबाव – इतनी बड़ी रकम में खरीदे जाने के बाद उन पर प्रदर्शन का दबाव था, जिसे वे संभाल नहीं सके। सोशल मीडिया पर फैंस ने उनकी फॉर्म पर सवाल उठाए, और कई बार उन्हें ट्रोल भी किया गया।
हर्षल पटेल की कमियां

हर्षल पटेल, जिन्हें “पर्पल पटेल” (Purple Patel) के नाम से भी जाना जाता है, को सनराइजर्स ने 8 करोड़ रुपये में खरीदा था। हर्षल से डेथ ओवर्स में कमाल की गेंदबाजी की उम्मीद थी, लेकिन वह इस सीजन में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे। 13 मैचों में उन्होंने 16 विकेट जरूर लिए, लेकिन उनका इकॉनमी रेट (Economy Rate) 9 से ऊपर रहा, जो टी20 क्रिकेट में काफी महंगा माना जाता है।
कमियां-
महंगी गेंदबाजी – हर्षल इस सीजन में लगातार महंगे साबित हुए। उनके खिलाफ बल्लेबाजों ने बड़े शॉट्स खेले, खासकर डेथ ओवर्स में।
वेरिएशन की कमी – हर्षल की गेंदबाजी में पहले जैसी वेरिएशन नहीं दिखी। उनकी स्लोअर बॉल और यॉर्कर को बल्लेबाजों ने आसानी से पढ़ लिया।
दबाव में ढीली गेंदबाजी – करीबी मुकाबलों में हर्षल अक्सर दबाव में बिखर गए और अतिरिक्त रन दे बैठे।
फिटनेस और उम्र – हर्षल की उम्र और फिटनेस पर भी सवाल उठे, क्योंकि वह पूरे सीजन में एकसमान प्रदर्शन नहीं दे सके।
मोहम्मद शमी की कमियां

मोहम्मद शमी की आईपीएल 2025 में वापसी (Comeback) को लेकर फैंस काफी उत्साहित थे, लेकिन चोट (Injury) के बाद वापसी करने वाले इस तेज गेंदबाज ने निराश किया। 10 करोड़ रुपये में खरीदे गए शमी ने 9 मैचों में सिर्फ 6 विकेट लिए, और उनका इकॉनमी रेट 11.23 रहा, जो उनकी काबिलियत से कहीं कम था।
चोट का असर (Impact of Injury): लंबे समय बाद वापसी करने के कारण शमी अपनी लय में नहीं दिखे। उनकी गति (Pace) और सटीकता (Accuracy) में कमी थी।
महंगी गेंदबाजी (Expensive Spells): शमी के स्पेल अक्सर महंगे रहे, और वे बड़े बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रहे।
सीमित योगदान (Limited Contribution): सिर्फ 6 विकेट लेने वाले शमी अपनी कीमत पर खरे नहीं उतरे। फ्रेंचाइजी (Franchise) को उनसे पावरप्ले (Powerplay) और डेथ ओवर्स में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी।
फिटनेस पर सवाल (Fitness Concerns): शमी की फिटनेस और उम्र को लेकर सवाल उठे, क्योंकि वह पूरे सीजन में पूरी तरह फिट नहीं दिखे।
अगली बार कौन होगा बाहर ?

आईपीएल 2026 की मेगा नीलामी (Mega Auction) से पहले सनराइजर्स हैदराबाद की मालकिन काव्या मारन और टीम मैनेजमेंट कई खिलाड़ियों को रिलीज करने की योजना बना रहे हैं। पिछले सीजन की हार और खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन (Poor Performance) को देखते हुए कुछ बड़े नामों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। संभावित रिलीज होने वाले खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार हो सकती है:
ईशान किशन (Ishan Kishan): ईशान का प्रदर्शन उनकी कीमत (11.25 करोड़) के हिसाब से बेहद निराशाजनक रहा। एक शतक के बावजूद वह लगातार रन बनाने में नाकाम रहे। सनराइजर्स नए विकेटकीपर-बल्लेबाज (Wicketkeeper-Batsman) की तलाश कर सकती है, जो मध्य क्रम को मजबूती दे।
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami): शमी की फिटनेस और महंगी गेंदबाजी इस सीजन में सनराइजर्स के लिए सिरदर्द रही। उनकी उम्र (Age) और चोट का इतिहास (Injury History) देखते हुए फ्रेंचाइजी उन्हें रिलीज कर सकती है।
हर्षल पटेल (Harshal Patel): हर्षल का इकॉनमी रेट और डेथ ओवर्स में खराब प्रदर्शन उनकी रिलीज की वजह बन सकता है। 8 करोड़ की कीमत में सनराइजर्स को उनसे ज्यादा उम्मीदें थीं, जो पूरी नहीं हुईं।
राहुल चाहर (Rahul Chahar): राहुल चाहर ने इस सीजन में सिर्फ एक मैच खेला और कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ा। 3.20 करोड़ रुपये में खरीदे गए इस स्पिनर को सनराइजर्स रिलीज कर सकती है, ताकि नीलामी में नया स्पिनर (Spinner) शामिल किया जा सके।
जीशान अंसारी (Zeeshan Ansari): 40 लाख रुपये में खरीदे गए जीशान ने 10 मैचों में सिर्फ 6 विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी में दमखम (Impact) की कमी थी, और सनराइजर्स उन्हें भी रिलीज कर सकती है।
अन्य संभावित नाम: सिमरजीत सिंह (Simarjeet Singh), ईशान मलिंगा (Ishan Malinga), ब्रायडन कार्स (Brydon Carse), और अथर्व ताइदे (Atharva Taide) जैसे खिलाड़ी भी रिलीज हो सकते हैं, क्योंकि इनका योगदान (Contribution) इस सीजन में बेहद सीमित रहा।
काव्या मारन की रणनीति

काव्या मारन ने हमेशा सनराइजर्स को एक मजबूत और संतुलित (Balanced) टीम बनाने की कोशिश की है। 2025 के मेगा ऑक्शन में उन्होंने पैट कमिंस, अभिषेक शर्मा, नीतीश रेड्डी, हेनरिक क्लासेन, और ट्रेविस हेड जैसे खिलाड़ियों को रिटेन (Retained) किया था, जो उनकी रणनीति का हिस्सा थे। लेकिन इस बार कुछ बड़े दांव (Big Bets) गलत साबित हुए। अगले सीजन में काव्या कुछ ऐसे बदलाव कर सकती हैं।
मजबूत मध्य क्रम (Strong Middle Order): मध्य क्रम को मजबूत करने के लिए अनुभवी बल्लेबाजों (Experienced Batsmen) पर दांव लगाया जा सकता है।
प्रभावी गेंदबाज (Impactful Bowlers): डेथ ओवर्स में कमाल करने वाले गेंदबाजों की तलाश होगी।
युवा प्रतिभाएं (Young Talents): सनराइजर्स युवा और सस्ते खिलाड़ियों पर भी ध्यान दे सकती है, ताकि बजट (Budget) का सही इस्तेमाल हो।
बड़े नामों पर कम निर्भरता (Less Reliance on Big Names): इस बार बड़े नामों पर ज्यादा पैसा खर्च करने की बजाय संतुलित स्क्वॉड (Balanced Squad) बनाने की कोशिश हो सकती है।
सनराइजर्स हैदराबाद का आईपीएल 2025 में प्रदर्शन कई मायनों में निराशाजनक रहा। बल्लेबाजी और गेंदबाजी में संतुलन की कमी, रणनीतिक गलतियां, और बड़े खिलाड़ियों का फ्लॉप होना हार की मुख्य वजहें रहीं। ईशान किशन, हर्षल पटेल, और मोहम्मद शमी जैसे सितारों से उम्मीदें थीं, लेकिन ये अपनी कीमत और नाम के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। काव्या मारन अब आईपीएल 2026 की नीलामी से पहले कई बड़े नामों को रिलीज करने की योजना बना रही हैं, ताकि एक मजबूत और संतुलित स्क्वॉड तैयार किया जा सके। सनराइजर्स के लिए अगला सीजन एक नई शुरुआत हो सकता है, बशर्ते वे अपनी गलतियों से सबक लें और सही दिशा में कदम बढ़ाएं।
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