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Headingley Test- कप्तान बनते ही शुभमन गिल ने दिखाया जलवा, हेडिंग्ले टेस्ट में जड़ा शतक

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Shubhman Gill- 20 जून 2025 को लीड्स (Leeds) के हेडिंग्ले (Headingley) मैदान पर भारत और इंग्लैंड (England) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज (Test Series) का पहला मुकाबला शुरू हुआ। इस मैच में पहली बार टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) में भारतीय टीम की कप्तानी (Captaincy) कर रहे शुभमन गिल (Shubman Gill) ने शानदार शतक (Century) जड़कर इतिहास रच दिया। गिल ने अपने इस शतक के साथ करीब 11 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एशिया से बाहर (Outside Asia) अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। टॉस (Toss) हारकर पहले बल्लेबाजी (Batting) करने उतरी भारतीय टीम ने सलामी बल्लेबाज (Opening Batsman) यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) के शतक और गिल की कप्तानी पारी के दम पर पहले दिन 3 विकेट पर 359 रन बना लिए। रिषभ पंत (Rishabh Pant) ने भी 65 रनों की नाबाद पारी खेली और अपने टेस्ट करियर में 3000 रन पूरे किए।

शुभमन गिल कप्तानी पारी

shubhman gill

शुभमन गिल ने हेडिंग्ले में अपनी कप्तानी की शुरुआत एक ऐतिहासिक शतक के साथ की। पहले दिन के खेल के अंत तक वह 127 रन बनाकर नाबाद लौटे, जिसमें 12 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनकी यह पारी न केवल उनकी तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन थी, बल्कि एक कप्तान के रूप में उनकी जिम्मेदारी और परिपक्वता को भी दर्शाती थी। गिल ने 183 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो उनकी संयम और आक्रामकता का शानदार मिश्रण था। उनकी पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और प्रशंसकों में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के लिए उम्मीदें जगाईं।
गिल का यह शतक इसलिए भी खास है, क्योंकि यह उनका एशिया के बाहर पहला टेस्ट शतक था। इससे पहले, उनके सभी चार टेस्ट शतक एशिया में आए थे। इस पारी ने 11 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा, जब 2014 में मुरली विजय ने इंग्लैंड में नॉटिंघम में शतक बनाया था। गिल की यह उपलब्धि उन्हें भारत के उन चुनिंदा बल्लेबाजों में शामिल करती है, जिन्होंने विदेशी धरती पर पहली बार टेस्ट कप्तानी करते हुए शतक जड़ा। उनकी पारी में कवर ड्राइव, लॉफ्टेड शॉट्स, और स्क्वायर कट जैसे शॉट्स ने इंग्लिश गेंदबाजों को परेशान किया।

इंग्लैंड की रणनीति

इंग्लैंड की गेंदबाजी की अगुवाई जेम्स एंडरसन, ब्रायडन कार्स, और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों ने की। हेडिंग्ले की पिच पर शुरुआती नमी और स्विंग की उम्मीद के साथ इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। शुरुआती ओवरों में एंडरसन और कार्स ने अनुशासित गेंदबाजी की, जिसमें साई सुदर्शन को शून्य पर आउट करना शामिल था। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, भारतीय बल्लेबाजों, खासकर यशस्वी और गिल, ने उनकी रणनीति को ध्वस्त कर दिया।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शुरुआत में स्विंग और सीम मूवमेंट का अच्छा उपयोग किया, लेकिन मध्य सत्र में उनकी लाइन और लेंथ बिगड़ने लगी। ब्रायडन कार्स ने यशस्वी को परेशान किया, लेकिन वह उनके खिलाफ चौके और छक्के लगाने में सफल रहे। बेन स्टोक्स ने ऑलराउंडर के तौर पर कुछ ओवर डाले, लेकिन उनकी गेंदबाजी में वैरिएशन की कमी थी। स्पिनरों की अनुपस्थिति ने इंग्लैंड को और मुश्किल में डाला, क्योंकि पिच पर स्विंग कम होने के बाद उनके पास कोई ठोस योजना नहीं थी। जोश टंग जैसे युवा गेंदबाजों ने कोशिश की, लेकिन गिल और पंत की आक्रामक बल्लेबाजी ने उन्हें दबाव में ला दिया। पहले दिन के अंत तक इंग्लैंड के गेंदबाज थके हुए और हताश नजर आए।

यशस्वी, गिल और पंत का जलवा

भारतीय बल्लेबाजी इस टेस्ट में शानदार रही। यशस्वी जायसवाल ने 144 गेंदों में 100 रन बनाकर पारी की शुरुआत की। उनकी पारी में 16 चौके और एक छक्का शामिल था। यशस्वी को क्रैम्प की समस्या ने परेशान किया, जिसके कारण दो बार खेल रुका, लेकिन उनकी दृढ़ता ने उन्हें पारी को आगे बढ़ाने में मदद की। उनकी तकनीक और आक्रामकता ने इंग्लिश गेंदबाजों को शुरू से ही दबाव में रखा।
शुभमन गिल ने यशस्वी के साथ 150 रनों की साझेदारी की, जो भारत की मजबूत स्थिति की नींव बनी। गिल की पारी में संयम और आक्रामकता का संतुलन था। उन्होंने शुरुआत में सतर्कता बरती, लेकिन सेट होने के बाद अपने शॉट्स की रेंज का प्रदर्शन किया। उनकी कवर ड्राइव और लॉफ्टेड शॉट्स ने दर्शकों का दिल जीत लिया। रिषभ पंत ने भी 65 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें उनकी ट्रेडमार्क आक्रामकता नजर आई। पंत ने अपने टेस्ट करियर के 3000 रन पूरे किए, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
केएल राहुल ने 42 रनों की उपयोगी पारी खेली, लेकिन साई सुदर्शन का शून्य पर आउट होना भारत के लिए शुरुआती झटका था। फिर भी, यशस्वी, गिल और पंत की बल्लेबाजी ने भारत को पहले दिन 359/3 की मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

कैसे छा गए कप्तान शुभमन गिल

शुभमन गिल की बल्लेबाजी में तकनीकी दक्षता और शांतचित्त स्वभाव का शानदार मिश्रण है। उनकी पारी की शुरुआत सतर्क थी, क्योंकि हेडिंग्ले की पिच पर शुरुआती स्विंग और सीम मूवमेंट ने उन्हें सावधान रहने पर मजबूर किया। लेकिन जैसे ही वह सेट हुए, उन्होंने अपने शॉट्स की पूरी रेंज का प्रदर्शन किया। उनकी कवर ड्राइव और लॉफ्टेड कवर शॉट्स ने इंग्लिश गेंदबाजों को परेशान किया। गिल ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ डिफेंसिव तकनीक का उपयोग किया, जबकि स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया।
उनकी कप्तानी भी प्रभावशाली थी। मैदान पर उनकी रणनीतिक निर्णय, जैसे क्षेत्ररक्षण सेट करना और बल्लेबाजों को प्रेरित करना, उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। गिल ने अपनी पारी में दबाव को अच्छी तरह से संभाला और यशस्वी के साथ साझेदारी बनाकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उनकी यह पारी उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो उन्हें भविष्य के लिए भारत का एक मजबूत कप्तान बनाती है।

रिकॉर्ड्स के ढेर

इस टेस्ट में कई रिकॉर्ड बने, जिनमें शुभमन गिल की पारी सबसे प्रमुख थी। उनके प्रमुख रिकॉर्ड्स इस प्रकार हैं:
एशिया से बाहर पहला टेस्ट शतक: गिल ने 11 साल बाद किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा इंग्लैंड में पहले टेस्ट शतक का रिकॉर्ड तोड़ा। इससे पहले मुरली विजय ने 2014 में नॉटिंघम में शतक बनाया था।
टेस्ट में 2000 रन पूरे: गिल ने इस पारी के दौरान अपने टेस्ट करियर के 2000 रन पूरे किए, जो उनकी निरंतरता को दर्शाता है।
कप्तानी में शतक: गिल पहले टेस्ट कप्तान बने, जिन्होंने अपनी पहली टेस्ट कप्तानी में इंग्लैंड में शतक जड़ा।
रिषभ पंत के 3000 रन: पंत ने इस पारी में अपने टेस्ट करियर के 3000 रन पूरे किए, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
यशस्वी का ऐतिहासिक शतक: यशस्वी जायसवाल इंग्लैंड में अपने पहले टेस्ट में शतक लगाने वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज बने, जिनमें मुरली विजय, विजय मांजरेकर, सौरव गांगुली, और संदीप पाटिल शामिल हैं।
इसके अलावा, भारत ने हेडिंग्ले में पहले दिन 350+ रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया, जो इस मैदान पर भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। गिल और यशस्वी की साझेदारी ने भी 150+ रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया, जो हेडिंग्ले में भारतीय सलामी जोड़ी के लिए एक नया कीर्तिमान है।

इंग्लैंड के सामने चुनौतियां

इंग्लैंड की टीम अब दबाव में है। पहले दिन के खेल के बाद भारत की मजबूत स्थिति ने उनके गेंदबाजों और बल्लेबाजों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। इंग्लैंड को अपनी गेंदबाजी रणनीति में सुधार करना होगा, खासकर स्पिनरों को शामिल करके और लाइन-लेंथ को और सटीक करके। उनकी बल्लेबाजी में जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ियों से बड़ी पारी की उम्मीद होगी, लेकिन भारत के गेंदबाजों, जैसे जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन, के सामने यह आसान नहीं होगा।

मैच में आगे क्या होगा ?

शुभमन गिल की यह पारी और उनकी कप्तानी की शुरुआत भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई उम्मीद है। उनकी युवा ऊर्जा और तकनीकी दक्षता उन्हें भारत का भविष्य का सितारा बनाती है। यशस्वी जायसवाल और रिषभ पंत जैसे खिलाड़ियों के साथ, भारत का बल्लेबाजी क्रम मजबूत नजर आता है। यह टेस्ट सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए महत्वपूर्ण है, और गिल की कप्तानी में भारत इस सीरीज में दबदबा बनाए रख सकता है।
शुभमन गिल का हेडिंग्ले में शतक न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उनकी कप्तानी, यशस्वी की आक्रामकता, और पंत की नाबाद पारी ने भारत को पहले दिन मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इंग्लैंड की गेंदबाजी में कमियों ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका दिया। इस मैच में बने रिकॉर्ड्स ने भारतीय क्रिकेट के सुनहरे भविष्य की झलक दिखाई। गिल की यह पारी और उनकी नेतृत्व क्षमता भारतीय प्रशंसकों के लिए गर्व का विषय है और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारत की उम्मीदों को मजबूत करती है।


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