Unbreakable Records in Cricket- क्रिकेट के वो रिकॉर्ड जो शायद ही कभी टूट पाएं, सचिन के ‘शतकों का शतक’ का रिकॉर्ड कौन तोड़ेगा ?
Cricket World Record- क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो हर दिन नए रोमांच और रिकॉर्ड्स के साथ आता है। लेकिन कुछ रिकॉर्ड्स ऐसे हैं जो सालों-साल से अपने आप में एक पहेली बने हुए हैं। ये रिकॉर्ड्स इतने बड़े और अनोखे हैं कि इन्हें तोड़ना(unbreakable records) किसी भी क्रिकेटर के लिए सपने जैसा लगता है। चाहे वो सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड हो या जिम लेकर (Jim Laker) का एक टेस्ट मैच में 19 विकेट लेने का कारनामा, इन रिकॉर्ड्स को देखकर लगता है कि ये आने वाले कई सालों तक शायद ही कोई तोड़ पाए। क्रिकेट जोन हिन्दी के लेख में हम ऐसे ही कुछ अटूट रिकॉर्ड्स की बात करेंगे, ये देखेंगे कि कौन से क्रिकेटर इन्हें तोड़ने की कोशिश में लगे हैं।
1. सचिन तेंदुलकर का वनडे रन का महारिकॉर्ड (Sachin Tendulkar’s ODI Run Record)

सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, और इसके पीछे वजह है उनके खेल का वो जादू जो 24 साल तक मैदान पर छाया रहा। वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन के नाम है। उन्होंने 463 मैचों में 18,426 रन बनाए। ये आंकड़ा इतना बड़ा है कि इसे देखकर आज के खिलाड़ियों के भी पसीने छूट जाते हैं। सचिन ने ये रन 44.83 की औसत से बनाए, जिसमें 49 शतक और 96 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सबसे बड़ा स्कोर 200 नॉटआउट रहा, जो वनडे में पहला दोहरा शतक था।
क्या कोई इसे तोड़ सकता है? (Can Anyone Break It?)
आज के दौर में विराट कोहली (Virat Kohli) इस रिकॉर्ड के सबसे करीब माने जाते हैं। मार्च 2024 तक विराट ने 302 वनडे मैचों में 13,848 रन बना लिए हैं। उनकी औसत 58.68 है और उनके नाम 50 शतक हैं। अगर वो इसी रफ्तार से खेलते रहे तो सचिन के रिकॉर्ड तक पहुंचने में उन्हें करीब 4,500 रन और चाहिए। लेकिन इसमें एक पेंच है – उम्र। विराट 35 साल के हो चुके हैं, और अगर वो 40 तक खेलते हैं तो उन्हें हर साल 1,000 से ज्यादा रन बनाने होंगे। ये मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं। फिर भी, सचिन के 463 मैच खेलने का रिकॉर्ड भी तोड़ना होगा, जो अपने आप में बड़ी चुनौती है।
दूसरा दावेदार (Another Contender)
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भी इस रेस में हैं। रोहित ने 262 वनडे में 10,709 रन बनाए हैं, जिसमें 31 शतक हैं। लेकिन उनकी उम्र भी 37 हो चुकी है, और सचिन के रिकॉर्ड तक पहुंचने के लिए उन्हें बहुत तेजी से रन बनाने होंगे। सचिन का ये रिकॉर्ड अभी भी एक पहाड़ जैसा लगता है।
2. जिम लेकर का टेस्ट में 19 विकेट का चमत्कार (Jim Laker’s 19 Wickets in a Test)

टेस्ट क्रिकेट में एक मैच में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड इंग्लैंड (England) के जिम लेकर (Jim Laker) के नाम है। 1956 में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड (Old Trafford) में उन्होंने एक टेस्ट मैच में 19 विकेट लिए। पहली पारी में 9/37 और दूसरी पारी में 10/53 – ये आंकड़े किसी सपने से कम नहीं। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम दो बार ढेर हो गई, और जिम लेकर अकेले ही पूरी टीम के लिए कहर बन गए।
क्या इसे तोड़ा जा सकता है? (Can It Be Broken?)
इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए किसी गेंदबाज को एक टेस्ट में 20 विकेट लेने होंगे, जो लगभग नामुमकिन लगता है। आज के दौर में टेस्ट क्रिकेट में पिचें पहले जितनी गेंदबाजों के लिए मददगार नहीं रहतीं। फिर, बल्लेबाजों की तकनीक और उपकरण भी बेहतर हो गए हैं। रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) और नाथन लायन (Nathan Lyon) जैसे स्पिनर इस रिकॉर्ड के आसपास भी नहीं पहुंचे। अश्विन के नाम एक टेस्ट में सबसे ज्यादा 13 विकेट हैं, जो 2016 में न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ आए थे। लेकिन 19 तक पहुंचना? ये एक अलग ही खेल है।
तेज गेंदबाजों की उम्मीद (Hope from Pacers)
जेम्स एंडरसन (James Anderson) और स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) जैसे तेज गेंदबाजों ने टेस्ट में लंबा करियर खेला, लेकिन उनका एक मैच में बेस्ट 12 विकेट रहा। आज के समय में शायद कोई स्पिनर ही इस रिकॉर्ड को चुनौती दे सकता है, लेकिन वो भी सपना ही लगता है।
पांड्या जैसे हिटर अंत में धमाल मचाएं। बुमराह डेथ ओवर्स में विपक्षी बल्लेबाजों को रोकने की कोशिश करेंगे।
3. मुथैया मुरलीधरन का सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट (Muttiah Muralitharan’s Most Test Wickets)

श्रीलंका (Sri Lanka) के मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 133 टेस्ट में 800 विकेट लिए। उनका औसत 22.72 रहा, और एक पारी में 67 बार 5 विकेट और 22 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया। मुरली का बेस्ट प्रदर्शन 9/51 रहा। उनकी फिरकी ने बल्लेबाजों को सालों तक परेशान किया।
मुरलीधरन ने वनडे क्रिकेट में भी अपना जलवा बिखेरा। उन्होंने 350 वनडे मैचों में 534 विकेट लिए, जो आज भी एक रिकॉर्ड है। उनका स्ट्राइक रेट 35.2 और औसत 23.08 रहा। उन्होंने 10 बार एक मैच में 5 विकेट लिए।
कौन है रेस में? (Who’s in the Race?)
इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए किसी को 800 से ज्यादा विकेट चाहिए। जेम्स एंडरसन (James Anderson) सबसे करीब हैं, जिन्होंने 188 टेस्ट में 704 विकेट लिए हैं। लेकिन वो अब 42 साल के हैं और रिटायरमेंट के करीब हैं। रविचंद्रन अश्विन के पास 100 टेस्ट में 527 विकेट हैं। अगर अश्विन 10 साल और खेलें तो शायद वो 800 तक पहुंच जाएं, लेकिन इतना लंबा करियर खेलना आज के दौर में मुश्किल है। नाथन लायन (Nathan Lyon) के पास 129 टेस्ट में 530 विकेट हैं, वो भी कोशिश कर सकते हैं। लेकिन मुरली का रिकॉर्ड अभी भी बहुत ऊंचा है।
4. डॉन ब्रैडमैन का टेस्ट औसत (Don Bradman’s Test Average)

ऑस्ट्रेलिया (Australia) के सर डॉन ब्रैडमैन (Don Bradman) को क्रिकेट का सबसे बड़ा बल्लेबाज माना जाता है। टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 99.94 है। उन्होंने 52 टेस्ट में 6,996 रन बनाए, जिसमें 29 शतक और 13 अर्धशतक थे। उनका बेस्ट स्कोर 334 रहा। ये औसत इतना शानदार है कि आज तक कोई इसके आसपास भी नहीं पहुंचा।
क्या कोई चुनौती दे सकता है?
विराट कोहली का टेस्ट औसत अभी 49.15 है, जो ब्रैडमैन से बहुत पीछे है। सचिन तेंदुलकर का 53.78 और स्टीव स्मिथ (Steve Smith) का 58.61 रहा। स्मिथ सबसे करीब हैं, लेकिन उन्हें 99.94 तक पहुंचने के लिए हर मैच में ढेर सारे रन बनाने होंगे। शायद इसीलिए वन डे में संन्यास लेने के बाद भी टेस्ट और टी-20 में खेल रहे हैं। ब्रैडमैन का ये रिकॉर्ड इसलिए भी अटूट है क्योंकि उन्होंने कम मैच खेले और हर बार बड़े स्कोर बनाए। आज के व्यस्त शेड्यूल में ऐसा औसत बनाना लगभग असंभव है।
5. रोहित शर्मा के तीन दोहरे शतक (Rohit Sharma’s Three Double Centuries)

रोहित शर्मा (Rohit Sharma) वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ 209, 2014 में श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ 264 (वनडे का सबसे बड़ा स्कोर), और 2017 में फिर श्रीलंका के खिलाफ 208 नॉटआउट बनाए। ये कारनामा उन्हें सबसे खास बनाता है।
कौन तोड़ सकता है? (Who Can Break It?)
विराट कोहली के पास 50 शतक हैं, लेकिन दोहरा शतक एक भी नहीं। शुभमन गिल (Shubman Gill) और यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) जैसे युवा खिलाड़ी भविष्य में कोशिश कर सकते हैं। लेकिन तीन दोहरे शतक? ये बहुत बड़ी बात है। रोहित का ये रिकॉर्ड अभी लंबे समय तक कायम रह सकता है।
6. ब्रायन लारा का टेस्ट में 400* का स्कोर (Brian Lara’s 400* in Test)

2004 में, वेस्टइंडीज (West Indies) के ब्रायन लारा (Brian Lara) ने इंग्लैंड (England) के खिलाफ 400 नॉटआउट रन बनाए। ये टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। लारा ने ये पारी 582 गेंदों में खेली, जिसमें 43 चौके और 4 छक्के शामिल थे। ये रिकॉर्ड 20 साल से भी ज्यादा समय से कायम है।
क्या कोई इस रिकॉर्ड को तोड़ सकता है?
आज के समय में टेस्ट क्रिकेट में टीमें जल्दी घोषणा (Declaration) कर देती हैं, जिससे बल्लेबाजों को इतना समय नहीं मिलता। हालांकि, कुछ खिलाड़ी जैसे जो रूट (Joe Root) और केन विलियमसन (Kane Williamson) में ये क्षमता है, लेकिन 400 रन बनाने के लिए धैर्य और समय दोनों चाहिए। अब तक, वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) का 319 सबसे करीब रहा है। लारा का ये रिकॉर्ड शायद ही कभी टूटे।
Recent Posts

Post Comment